सतना- नियम विरुद्ध तरीके से आरटीओ का दायित्व सम्हाल रहे भ्रष्टाचारी संजय श्रीवास्तव की बड़ी करतूत, निजी कर्मचारियों से द्वारा आरटीओ दफ्तर चलवाया जा रहा हैँ। शासकीय कर्मचारी सिर्फ नाम के लिए करते हैँ डियूटी, सूत्रों द्वारा बताया जा रहा शासकीय कर्मचारियों की छुट्टी कर दी गई गईं हैँ। बताया जा रहा हैँ संजय श्रीवास्तव महीनों तक दफ्तर नहीं जाते शिवेंद्र सिंह नामक कर्मचारी सम्पूर्ण कामकाज देखते हैँ। आरटीओ विभाग मे बिना कमिशन दिए कोई काम नहीं होता हैँ यदि यह बात झूठी हैँ तो सतना कलेक्टर अनुराग वर्मा किसी से गोपनीय जाँच करवा ले तो दूध का दूध और पानी का पानी हो जायेगा। एक और महत्वपूर्ण बात संजय श्रीवास्तव दलालों का एक गिरोह बना रखे हैँ उन दलालों के माध्यम से ही आरटीओ का संपूर्ण कामकाज होता हैँ, यदि आपको अपना लाइसेंस भी बनवाना है तो आपको दलालों के माध्यम से ही आरटीओ कार्यालय जाना पड़ेगा, यदि आप दलालों के माध्यम से आवेदन नहीं किए तो आपका काम नहीं होगा। सतना जिले में भ्रष्ट अधिकारियों की बात की जाए तो शायद संजय श्रीवास्तव को पहला स्थान देना पड़ेगा, इनकी कार्यशैली इस योग है।
निजी कर्मचारी चला रहे आरटीओ दफ्तर, शासकीय कर्मचारियों की कर दी गई छुट्टी